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Shaant Mohabbat |
Monday, May 29, 2006 |
Mila wo bhi nahi karte, mila hum bhi nahi karte Bewafai wo bhi nahi karte, bewafai hum bhi nahi karte
Unhein ruswai ka dukh hai, humain tanhai ka dukh hai gila wo bhi nahi karte, gila hum bhi nahi karte
Gali ke kisi mod pe aksar takrav ho hi jata hai ruka wo bhi nahi karte, ruka hum bhi nahi karte
Humein wo dekhte hain, unhain hum dekhte hain chhupa wo bhi nahi kerte, chhupa hum bhi nahi kerte.
Unhein jab dekhte hain sochte hain kuch kahein un se suna wo bhi nahi karte, kaha hum bhi nahi karte.... |
posted by Rohit Srivastwa @ 11:38 PM |
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सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है |
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है लिये हथियार दुश्मन ताक मे बैठा उधर और हम तैय्यार हैं सीना लिये अपना इधर खून से खेलेंगे होली गर वतन मुश्किल में है सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है हाथ जिनमें हो जुनून कटते नही तलवार से सर जो उठ जाते हैं वो झुकते नहीं ललकार से हाथ जिनमें हो जुनून कटते नही तलवार से सर जो उठ जाते हैं वो झुकते नहीं ललकार से और भडकेगा जो शोल-सा हमारे दिल में है सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है हम तो घर से निकले ही थे बांधकर सर पे कफ़न चाहतें दिल में भर लिये लो भर चले हैं ये कदम जिंदगी तो अपनी मेहमान मौत की महफ़िल में है सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है दिल मे तूफानों की तोली और नसों में इन्कलाब होश दुश्मन के उडा देंगे हमे रोको न आज दूर रह पाये जो हमसे दम कहाँ मंजिल मे है सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है |
posted by Rohit Srivastwa @ 11:21 PM |
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Home: Chandipur, Balasore, Orissa, India
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